खास तिरंगा स्वराज आश्रम का
पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर सभी प्रमुख स्थानों और सरकारी-गैर सरकारी संस्थानों में खादी का तिरंगा झंडा फहराया जाता है। आइए जानते हैं हम तक कैसे पहुंचता है स्वराज आश्रम में मिलने वाला पारंपरिक खादी का तिरंगा झंडा।गणतंत्र दिवस के दिन हर जगह लहराने वाले ये झंडे मुंबई की खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में बनते हैं। यह पूरी तरह से हाथ से बने होते हैं। इन्हें बनाने के लिए सबसे पहले सूत काता जाता है, फिर उसे बुनकर सूती कपड़ा तैयार कर लिया जाता है। इसके बाद इस कपड़े को तीन रंग में रंग लिया जाता है। फिर उन कपड़ों को नापकर उन्हें कई अलग-अलग साइज में सिल लिया जाता है। विभिन्न साइजों में झंडे तैयार होने के बाद अशोक चक्र की छपाई की जाती है। पूरी तरह से झंडे तैयार होने के बाद झंडों को जांचा जाता है और फिर आईएसआई की मोहर लगने के बाद इन्हें देश भर के स्वराज आश्रम भेजा जाता है।खादी के आईएसआई मार्का झंडे आपको सिर्फ खादी ग्रामोद्योग केंद्र में ही मिलेंगे। स्वराज आश्रम में राष्टï्रीय ध्वज में कोई छूट नहीं होती है। 7&4 फुट, 6&4 फुट, 6&3 फुट तथा 60&90 सेंटीमीटर के झंडे यहां उपलब्ध होते हैं।